BRABU : बड़ी खबर ! स्नातक पार्ट- 3 की Physics परीक्षा में गलत सवाल पूछे जाने पर हंगामा, यहां जाने परीक्षा नियंत्रक ने क्या कहा
BRABU : बड़ी खबर ! स्नातक पार्ट- 3 की Physics परीक्षा में गलत सवाल पूछे जाने पर हंगामा, यहां जाने परीक्षा नियंत्रक ने क्या कहा
BRABU TDC Part 3 Exam 2022 : बिहार यूनिवर्सिटी के स्नातक पार्ट 3 की परीक्षा में पाठ्यक्रम अधूरा रहने के बावजूद पूरे सिलेबस से सवाल पूछा गया, जिस पर परीक्षार्थी आक्रोशित है।
परीक्षार्थियों ने डीएसडब्ल्यू से भी शिकायत की
रिजल्ट होगा प्रभावित
स्नातक सत्र 2019-22 के छात्र-छात्राओं का कहना था कि परीक्षा में अनयमित प्रश्न आने के कारण उनका रिजल्ट प्रभावित हो सकता है।
द्वितीय वर्ष की परीक्षा सितंबर में हुई थी. इसके बाद नवंबर में उनका नामांकन तृतीय वर्ष में हुआ. दिसंबर में परीक्षा फॉर्म भरवाने के साथ ही अंतिम हफ्ते से परीक्षा शुरू हो गयी।
ऐसे में एक साल का सिलेबस पूरा करने के लिए उन्हें तीन महीने से भी कम समय मिला. उनका कहना था कि कॉलेज में भी जो सिलेबस तैयार कराया गया, उससे बाहर के सवाल परीक्षा में पूछे गये. उनकी मांग थी कि समस्या का समाधान निकाला जाये, अन्यथा सभी परीक्षार्थी अनु हो जायेंगे।
आश्वासन दिया कि किसी का परिणाम प्रभावित न हो
अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि किसी का परिणाम प्रभावित न हो, इसका प्रयास किया जायेगा. इस मौके पर छात्र परमवीर सिंह, आदित्य झा, रवि कुमार, अभिषेक मिश्रा, आदर्श शांडिल्य, तौफिक रजा, प्रशांत कुमार, अंकित राज, अनुराग कुमार, विवेक कुमार, शुभम कुमार, चंदन, धनंजय, अदिति आदि थे।
पांचवें व छठवें पेपर के लिए मॉडल सेट जारी करने की मांग
छात्र-छात्राओं ने पांचवें व छठवें पेपर की परीक्षा लगातार होने के कारण भी परेशानी बतायी. कहा कि 11 व 12 जनवरी को परीक्षा होनी है।
पहले से ही कम तैयारी हो सकी है. ऐसे में लगातार परीक्षा होने पर और मुश्किल बढ़ जायेगी. इसके साथ दोनों पत्र के लिए मॉडल सेट जारी करने की भी मांग की, जिससे परीक्षार्थी ठीक से तैयारी कर सकें।
मॉडल सेट तैयार करने में विभागाध्यक्ष और प्राचार्य लापरवाह
स्नातक व पीजी की परीक्षाओं के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से मॉडल सेट तैयार किया जाना है. 23 दिसंबर को डीएसडब्ल्यू ने सभी विभागाध्यक्ष व प्राचार्यों को पत्र भेजकर पांच दिन में मॉडल क्वेश्चन सेट परीक्षा विभाग को उपलब्ध कराने को कहा था।
इस साल लगातार कई परीक्षाएं होनी है, जिसके लिए मॉडल क्वेश्चन सेट बनाकर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किया जाना है। उसी के आधार पर विद्यार्थी तैयारी करेंगे और उसी से प्रश्नपत्र तैयार किया जायेगा। हालांकि इसमें विभागाध्यक्ष व प्राचार्यों की लापरवाही के कारण अब तक कोई प्रगति नहीं हो सकी है।
Comments
Post a Comment